DLF City Phase 3, Gurgaon, India - 122002.
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Hindi Mother Tongue (Native)
English Proficient
Government Senior Secondary School 2023
Bachelor of Computer Applications (B.C.A.)
DLF City Phase 3, Gurgaon, India - 122002
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Class Location
Online Classes (Video Call via UrbanPro LIVE)
Student's Home
Tutor's Home
Years of Experience in Class I-V Tuition
12
Fees
₹ 300.0 per hour
Board
CBSE, ICSE
CBSE Subjects taught
Hindi
ICSE Subjects taught
Hindi
Taught in School or College
No
Class Location
Online Classes (Video Call via UrbanPro LIVE)
Student's Home
Tutor's Home
Years of Experience in Hindi Language Classes
12
Profession
Student
Outcomes taught for
Grammar and Vocabulary improvement, Writing, Reading, Hindi Speaking
Awards and Recognition
No
Mother Tongue
Yes
Languages apart from english in which classes are conducted
No
Teaching Experience in detail in Hindi Language Classes
Aapka jo background aur experience पृष्ठभूमि और अनुभव: मेरा नाम राहुल है, और मैं हरियाणा राज्य में स्थित एक छोटे से गाँव में रहता हूँ। मेरी जिंदगी का अधिकांश समय हिंदी भाषा के साथ बीता है, और इस भाषा से मेरा एक गहरा जुड़ाव है। बचपन से ही मुझे हिंदी के प्रति एक विशेष आकर्षण था। मेरी मां, पिता और दादा-दादी सभी हिंदी को एक सशक्त भाषा के रूप में मानते थे और मुझे हमेशा यही सिखाया गया कि अपनी मातृभाषा को समझना और उसका सम्मान करना बेहद महत्वपूर्ण है। यही कारण है कि मैंने हिंदी के प्रति अपनी रुचि को हमेशा बनाए रखा और इसे अपने जीवन का हिस्सा बना लिया। मेरे लिए हिंदी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि एक संस्कृति, एक पहचान और एक विरासत का प्रतीक है। हिंदी के माध्यम से मैंने न केवल अपनी शिक्षा प्राप्त की, बल्कि यह भी जाना कि इस भाषा का उपयोग केवल साहित्यिक कार्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज के सभी स्तरों पर प्रभावी रूप से प्रयोग की जा सकती है। हिंदी का विस्तार न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में हो रहा है, और इस भाषा की ताकत को समझते हुए, मैंने इसे और भी लोगों तक पहुँचाने का फैसला किया। हालांकि, मैं वर्तमान में BCA (Bachelor of Computer Applications) का छात्र हूँ, मेरा शैक्षिक पृष्ठभूमि पूरी तरह से हिंदी माध्यम से जुड़ा हुआ है। मैंने अपनी पूरी शिक्षा हिंदी माध्यम से प्राप्त की है, जिसमें 1वीं कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के सभी विषय हिंदी में पढ़े हैं। मेरी प्राथमिक शिक्षा का माध्यम हिंदी था, और इसने मुझे हिंदी के प्रति मेरी सोच और समझ को गहरा किया। मेरी कक्षा के सारे पाठ्यक्रम और परीक्षाएं भी हिंदी माध्यम में ही आयोजित होती थीं, जिससे मुझे न केवल भाषा की गहरी समझ प्राप्त हुई, बल्कि मैंने अपने आत्मविश्वास को भी बढ़ाया। मेरे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा वह था जब मैंने अपनी 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा भी हिंदी माध्यम में दी। यह मेरे लिए एक महत्वपूर्ण अनुभव था, क्योंकि परीक्षा में सफलता पाने के लिए केवल विषय ज्ञान की आवश्यकता नहीं होती, बल्कि उस विषय को अपनी मातृभाषा में ठीक से समझने और व्यक्त करने की भी आवश्यकता होती है। हिंदी माध्यम में परीक्षा देने से मुझे यह महसूस हुआ कि यदि आप अपनी भाषा में सहजता से सोचते और बोलते हैं, तो परीक्षा में सफलता मिलना सरल हो जाता है। मैंने 12 साल तक अपनी सभी परीक्षाएं हिंदी माध्यम में दी और इसमें सफलता प्राप्त की। इन वर्षों में, मैंने यह भी महसूस किया कि हिंदी एक जटिल और विस्तृत भाषा है, जो न केवल बोलने के लिए बल्कि लिखने और पढ़ने के लिए भी गहरी समझ की आवश्यकता होती है। मैं हिंदी को सिर्फ एक साधारण भाषा नहीं मानता, बल्कि इसे एक कला मानता हूँ। इसके व्याकरण, शुद्धता, और शब्दावली में एक गहरी सोच की आवश्यकता होती है, जिसे केवल अभ्यास और ज्ञान से ही सीखा जा सकता है। इसलिए, मैंने अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए हिंदी के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया। मैंने हिंदी व्याकरण, लेखन कौशल, और संवादात्मक हिंदी को गहरे स्तर पर समझने की कोशिश की और इसे अपनी शिक्षण प्रक्रिया का हिस्सा बनाया। इसी ज्ञान के साथ, मैंने हिंदी को ट्यूशन के रूप में पढ़ाना शुरू किया। इसने मुझे न केवल दूसरों को हिंदी सिखाने का अवसर दिया, बल्कि इस प्रक्रिया में मुझे अपने ज्ञान को और भी बेहतर तरीके से समझने का मौका भी मिला। मैंने जो कुछ भी सीखा था, उसे विद्यार्थियों तक पहुँचाना और उनके हिंदी बोलने, लिखने, और समझने के कौशल को बेहतर बनाना मेरे लिए एक चुनौती और संतोष का स्रोत था। इस दौरान, मैंने पाया कि ज्यादातर विद्यार्थी हिंदी को समझने में कठिनाई महसूस करते हैं, खासकर उस समय जब उन्हें व्याकरण, शब्दावली, और वर्तनी का सही उपयोग करना होता है। मेरी शिक्षण प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य हमेशा यह रहा है कि विद्यार्थियों के हिंदी बोलने के तरीके को सुधारना। मैंने पाया कि भाषा केवल एक संवाद का माध्यम नहीं है, बल्कि यह आत्मविश्वास और व्यक्ति की पहचान का हिस्सा बनती है। इसलिए मैंने हमेशा विद्यार्थियों को यह सिखाने की कोशिश की कि हिंदी को न केवल पढ़ें, बल्कि उसे आत्मविश्वास के साथ बोलें भी। मैंने इस उद्देश्य के लिए विभिन्न तरीकों का पालन किया, जैसे कि संवादात्मक अभ्यास, कहानियों के माध्यम से भाषा सिखाना, और व्याकरण का सही उपयोग करने के लिए अभ्यास करवाना। मेरे लिए यह महत्वपूर्ण था कि विद्यार्थी सिर्फ लिखाई और पढ़ाई में ही सक्षम न हों, बल्कि वे हिंदी को संवाद के रूप में भी इस्तेमाल कर सकें। इसी कारण मैंने हिंदी बोलने की क्षमता को सुधारने के लिए विशेष रूप से ध्यान दिया। छात्रों के लिए यह आसान बना दिया कि वे हिंदी में सोचें और उसे बोलने की आदत डालें। मैंने उन्हें कई प्रकार के अभ्यास कराए, जिनसे उनका आत्मविश्वास बढ़े और वे हिंदी बोलने में सहज हो जाएं। मेरे अनुभव के अनुसार, हिंदी भाषा को सीखना केवल अक्षरों और शब्दों को याद करने की बात नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य छात्रों को भाषा के माध्यम से सोचने की क्षमता देना है। हिंदी एक सशक्त भाषा है, जो भारतीय समाज में सबसे अधिक बोली जाती है। इसलिए, इसे सीखने और समझने की प्रक्रिया को मजेदार और प्रभावी बनाना जरूरी है। आजकल, मैं विभिन्न ऐप्स के माध्यम से कई विद्यार्थियों को हिंदी सिखा रहा हूँ। डिजिटल दुनिया के इस दौर में, ऑनलाइन ट्यूशन देना एक बहुत ही प्रभावी तरीका बन गया है। मैंने पाया कि ऑनलाइन ट्यूशन से छात्रों को आसानी से घर बैठे उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा मिल सकती है। मैं अपने छात्रों को हर उम्र के हिसाब से, उनकी जरूरतों के अनुसार हिंदी सिखाता हूँ। चाहे वह बुनियादी हिंदी हो, व्याकरण हो, या उच्च स्तर की हिंदी, मैं हर स्तर के छात्रों के लिए पाठ्यक्रम तैयार करता हूँ। मुझे गर्व है कि मैं हिंदी को बढ़ावा देने का काम कर रहा हूँ और इस भाषा के महत्व को समझने के लिए दूसरों को प्रेरित कर रहा हूँ। मेरी यह यात्रा अभी जारी है और मैं हर दिन इस भाषा को और भी बेहतर तरीके से समझने और दूसरों को सिखाने का प्रयास कर रहा हूँ। मेरा उद्देश्य यही रहेगा कि हिंदी भाषा को हर जगह प्रसारित किया जाए और हर व्यक्ति इसे आत्मविश्वास से बोले और समझे।
Class Location
Online Classes (Video Call via UrbanPro LIVE)
Student's Home
Tutor's Home
Years of Experience in Class 6 Tuition
5
Board
CBSE, ICSE
CBSE Subjects taught
Hindi
ICSE Subjects taught
Manipuri, Hindi
Taught in School or College
No
Teaching Experience in detail in Class 6 Tuition
मैने अपनी पूरी स्कूलिंग 1st से 12th तक हिंदी मीडियम में की है। मैने हर क्लास में हिंदी को पढ़ा, समझा और बोला है, और 6th क्लास से लेकर 12th तक के सभी एग्जाम हिंदी में दिए हैं। मैने न सिर्फ अपने लिए, बल्कि दूसरों के लिए भी हिंदी सिखाई है, और 1st से 12th तक के स्टूडेंट्स को हिंदी का ज्ञान दिया है। मेरा यह सफर मेरी हिंदी भाषा के प्रति लगन और उसे दूसरों तक पहुँचाने की मेहनत का प्रमाण है।
1. Which school boards of Class 1-5 do you teach for?
CBSE and ICSE
2. Have you ever taught in any School or College?
No
3. Which classes do you teach?
I teach Class 6 Tuition, Class I-V Tuition and Hindi Language Classes.
4. Do you provide a demo class?
Yes, I provide a free demo class.
5. How many years of experience do you have?
I have been teaching for 12 years.
Class Location
Online Classes (Video Call via UrbanPro LIVE)
Student's Home
Tutor's Home
Years of Experience in Class I-V Tuition
12
Fees
₹ 300.0 per hour
Board
CBSE, ICSE
CBSE Subjects taught
Hindi
ICSE Subjects taught
Hindi
Taught in School or College
No
Class Location
Online Classes (Video Call via UrbanPro LIVE)
Student's Home
Tutor's Home
Years of Experience in Hindi Language Classes
12
Profession
Student
Outcomes taught for
Grammar and Vocabulary improvement, Writing, Reading, Hindi Speaking
Awards and Recognition
No
Mother Tongue
Yes
Languages apart from english in which classes are conducted
No
Teaching Experience in detail in Hindi Language Classes
Aapka jo background aur experience पृष्ठभूमि और अनुभव: मेरा नाम राहुल है, और मैं हरियाणा राज्य में स्थित एक छोटे से गाँव में रहता हूँ। मेरी जिंदगी का अधिकांश समय हिंदी भाषा के साथ बीता है, और इस भाषा से मेरा एक गहरा जुड़ाव है। बचपन से ही मुझे हिंदी के प्रति एक विशेष आकर्षण था। मेरी मां, पिता और दादा-दादी सभी हिंदी को एक सशक्त भाषा के रूप में मानते थे और मुझे हमेशा यही सिखाया गया कि अपनी मातृभाषा को समझना और उसका सम्मान करना बेहद महत्वपूर्ण है। यही कारण है कि मैंने हिंदी के प्रति अपनी रुचि को हमेशा बनाए रखा और इसे अपने जीवन का हिस्सा बना लिया। मेरे लिए हिंदी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि एक संस्कृति, एक पहचान और एक विरासत का प्रतीक है। हिंदी के माध्यम से मैंने न केवल अपनी शिक्षा प्राप्त की, बल्कि यह भी जाना कि इस भाषा का उपयोग केवल साहित्यिक कार्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज के सभी स्तरों पर प्रभावी रूप से प्रयोग की जा सकती है। हिंदी का विस्तार न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में हो रहा है, और इस भाषा की ताकत को समझते हुए, मैंने इसे और भी लोगों तक पहुँचाने का फैसला किया। हालांकि, मैं वर्तमान में BCA (Bachelor of Computer Applications) का छात्र हूँ, मेरा शैक्षिक पृष्ठभूमि पूरी तरह से हिंदी माध्यम से जुड़ा हुआ है। मैंने अपनी पूरी शिक्षा हिंदी माध्यम से प्राप्त की है, जिसमें 1वीं कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के सभी विषय हिंदी में पढ़े हैं। मेरी प्राथमिक शिक्षा का माध्यम हिंदी था, और इसने मुझे हिंदी के प्रति मेरी सोच और समझ को गहरा किया। मेरी कक्षा के सारे पाठ्यक्रम और परीक्षाएं भी हिंदी माध्यम में ही आयोजित होती थीं, जिससे मुझे न केवल भाषा की गहरी समझ प्राप्त हुई, बल्कि मैंने अपने आत्मविश्वास को भी बढ़ाया। मेरे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा वह था जब मैंने अपनी 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा भी हिंदी माध्यम में दी। यह मेरे लिए एक महत्वपूर्ण अनुभव था, क्योंकि परीक्षा में सफलता पाने के लिए केवल विषय ज्ञान की आवश्यकता नहीं होती, बल्कि उस विषय को अपनी मातृभाषा में ठीक से समझने और व्यक्त करने की भी आवश्यकता होती है। हिंदी माध्यम में परीक्षा देने से मुझे यह महसूस हुआ कि यदि आप अपनी भाषा में सहजता से सोचते और बोलते हैं, तो परीक्षा में सफलता मिलना सरल हो जाता है। मैंने 12 साल तक अपनी सभी परीक्षाएं हिंदी माध्यम में दी और इसमें सफलता प्राप्त की। इन वर्षों में, मैंने यह भी महसूस किया कि हिंदी एक जटिल और विस्तृत भाषा है, जो न केवल बोलने के लिए बल्कि लिखने और पढ़ने के लिए भी गहरी समझ की आवश्यकता होती है। मैं हिंदी को सिर्फ एक साधारण भाषा नहीं मानता, बल्कि इसे एक कला मानता हूँ। इसके व्याकरण, शुद्धता, और शब्दावली में एक गहरी सोच की आवश्यकता होती है, जिसे केवल अभ्यास और ज्ञान से ही सीखा जा सकता है। इसलिए, मैंने अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए हिंदी के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया। मैंने हिंदी व्याकरण, लेखन कौशल, और संवादात्मक हिंदी को गहरे स्तर पर समझने की कोशिश की और इसे अपनी शिक्षण प्रक्रिया का हिस्सा बनाया। इसी ज्ञान के साथ, मैंने हिंदी को ट्यूशन के रूप में पढ़ाना शुरू किया। इसने मुझे न केवल दूसरों को हिंदी सिखाने का अवसर दिया, बल्कि इस प्रक्रिया में मुझे अपने ज्ञान को और भी बेहतर तरीके से समझने का मौका भी मिला। मैंने जो कुछ भी सीखा था, उसे विद्यार्थियों तक पहुँचाना और उनके हिंदी बोलने, लिखने, और समझने के कौशल को बेहतर बनाना मेरे लिए एक चुनौती और संतोष का स्रोत था। इस दौरान, मैंने पाया कि ज्यादातर विद्यार्थी हिंदी को समझने में कठिनाई महसूस करते हैं, खासकर उस समय जब उन्हें व्याकरण, शब्दावली, और वर्तनी का सही उपयोग करना होता है। मेरी शिक्षण प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य हमेशा यह रहा है कि विद्यार्थियों के हिंदी बोलने के तरीके को सुधारना। मैंने पाया कि भाषा केवल एक संवाद का माध्यम नहीं है, बल्कि यह आत्मविश्वास और व्यक्ति की पहचान का हिस्सा बनती है। इसलिए मैंने हमेशा विद्यार्थियों को यह सिखाने की कोशिश की कि हिंदी को न केवल पढ़ें, बल्कि उसे आत्मविश्वास के साथ बोलें भी। मैंने इस उद्देश्य के लिए विभिन्न तरीकों का पालन किया, जैसे कि संवादात्मक अभ्यास, कहानियों के माध्यम से भाषा सिखाना, और व्याकरण का सही उपयोग करने के लिए अभ्यास करवाना। मेरे लिए यह महत्वपूर्ण था कि विद्यार्थी सिर्फ लिखाई और पढ़ाई में ही सक्षम न हों, बल्कि वे हिंदी को संवाद के रूप में भी इस्तेमाल कर सकें। इसी कारण मैंने हिंदी बोलने की क्षमता को सुधारने के लिए विशेष रूप से ध्यान दिया। छात्रों के लिए यह आसान बना दिया कि वे हिंदी में सोचें और उसे बोलने की आदत डालें। मैंने उन्हें कई प्रकार के अभ्यास कराए, जिनसे उनका आत्मविश्वास बढ़े और वे हिंदी बोलने में सहज हो जाएं। मेरे अनुभव के अनुसार, हिंदी भाषा को सीखना केवल अक्षरों और शब्दों को याद करने की बात नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य छात्रों को भाषा के माध्यम से सोचने की क्षमता देना है। हिंदी एक सशक्त भाषा है, जो भारतीय समाज में सबसे अधिक बोली जाती है। इसलिए, इसे सीखने और समझने की प्रक्रिया को मजेदार और प्रभावी बनाना जरूरी है। आजकल, मैं विभिन्न ऐप्स के माध्यम से कई विद्यार्थियों को हिंदी सिखा रहा हूँ। डिजिटल दुनिया के इस दौर में, ऑनलाइन ट्यूशन देना एक बहुत ही प्रभावी तरीका बन गया है। मैंने पाया कि ऑनलाइन ट्यूशन से छात्रों को आसानी से घर बैठे उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा मिल सकती है। मैं अपने छात्रों को हर उम्र के हिसाब से, उनकी जरूरतों के अनुसार हिंदी सिखाता हूँ। चाहे वह बुनियादी हिंदी हो, व्याकरण हो, या उच्च स्तर की हिंदी, मैं हर स्तर के छात्रों के लिए पाठ्यक्रम तैयार करता हूँ। मुझे गर्व है कि मैं हिंदी को बढ़ावा देने का काम कर रहा हूँ और इस भाषा के महत्व को समझने के लिए दूसरों को प्रेरित कर रहा हूँ। मेरी यह यात्रा अभी जारी है और मैं हर दिन इस भाषा को और भी बेहतर तरीके से समझने और दूसरों को सिखाने का प्रयास कर रहा हूँ। मेरा उद्देश्य यही रहेगा कि हिंदी भाषा को हर जगह प्रसारित किया जाए और हर व्यक्ति इसे आत्मविश्वास से बोले और समझे।
Class Location
Online Classes (Video Call via UrbanPro LIVE)
Student's Home
Tutor's Home
Years of Experience in Class 6 Tuition
5
Board
CBSE, ICSE
CBSE Subjects taught
Hindi
ICSE Subjects taught
Manipuri, Hindi
Taught in School or College
No
Teaching Experience in detail in Class 6 Tuition
मैने अपनी पूरी स्कूलिंग 1st से 12th तक हिंदी मीडियम में की है। मैने हर क्लास में हिंदी को पढ़ा, समझा और बोला है, और 6th क्लास से लेकर 12th तक के सभी एग्जाम हिंदी में दिए हैं। मैने न सिर्फ अपने लिए, बल्कि दूसरों के लिए भी हिंदी सिखाई है, और 1st से 12th तक के स्टूडेंट्स को हिंदी का ज्ञान दिया है। मेरा यह सफर मेरी हिंदी भाषा के प्रति लगन और उसे दूसरों तक पहुँचाने की मेहनत का प्रमाण है।
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