स्वर = अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ इ+अ = य ई+अ= य इ, ई के बाद क्रमशः स्वर आने पर (यि, यी, यु, यू, यृ, ये, यै, यो, यौ) उ +अ = व ऊ+अ= व उ, ऊ के बाद स्वर आने पर क्रमशः ( वि, वी, वु, वू, वृ,...
First law: In an inertial frame of reference, an object either remains at rest or continues to move at a constant velocity, unless acted upon by a force. Second law: In an inertial reference...
संस्कृत में तीन वाच्य होते हैं- कर्तृवाच्य, कर्मवाच्य और भाववाच्य। कर्तृवाच्य में कर्तापद प्रथमा विभक्ति का होता है।= छात्रः श्लोकं पठति- यहाँ छात्रः कर्ता है और प्रथमा विभक्ति में है। कर्तृवाच्य...