किसी वस्तु ,व्यक्ति, स्थान या मन के भाव को संज्ञा कहते हैं ।
जैसे -: कुर्सी,राम, दिल्ली , हँसना आदि ।
संज्ञा के तीन भेद होते हैं -
1. व्यक्तिवाचक संज्ञा -: शब्द के जिस रूप से किसी विशेष व्यक्ति, स्थान , वस्तु के नाम का बोध हो , उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं ।
जैसे-: सीता (नाम), आगरा(स्थान), रामायण (वस्तु) ।
2.जातिवाचक संज्ञा -: शब्द के जिस रूप से किसी प्राणी, वस्तु या समूह की संपूर्ण जाति का बोध हो, उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं ।
जैसे-: पेड़,बालक, सेना(समूह) ।
3.भाववाचक संज्ञा -:शब्द के जिस रूप से किसी प्राणी या वस्तु के गुण- दोष ,अवस्था या भाव (emotions) का बोध हो, उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं ।
जैसे-: लम्बाई(गुण), कुरूपता(दोष), बचपन (अवस्था), गुस्सा(भाव) ।